प्रज्ञा ठाकुर ने लोकसभा में दो बार माफी मांगी, कहा- मैंने नाथूराम को देशभक्त नहीं कहा

भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने को लेकर शुक्रवार को लोकसभा में माफी मांग ली। प्रज्ञा ने कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। यह निंदनीय है। मैं महात्मा गांधी और देशहित में उनके कार्यों का सम्मान करती हूं। एक सांसद ने मुझे आतंकवादी कहा, जबकि मेरे खिलाफ कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। एक महिला के नाते यह अपमानजनक है। अगर मेरे बयानों से किसी को ठेस पहुंची है तो खेद प्रकट करते हुए माफी मांगती हूं। मैं राजनीतिक साजिश का शिकार रही हूं। मुझे शारीरिक-मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।



  • कांग्रेस सांसदों ने प्रज्ञा के बयान के दौरान हंगामा किया और महात्मा गांधी अमर रहे के नारे लगाए। वे बिना शर्त माफी की मांग कर रहे थे। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रज्ञा पर प्रतिबंध लगाने की मांग वाला यूपीए का प्रस्ताव खारिज कर दिया।

  • भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ''राहुल गांधी ने महिला सांसद को आतंकी कहा। यह महात्मा गांधी की हत्या से भी बदतर है। इसलिए सदन को राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाना चाहिए। कांग्रेस ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाई। शिवसेना ने भी सामना के लेख में गोडसे को देशभक्त कहा था। कांग्रेस सत्ता और लालच में किसी ही हद तक जा सकती है। राहुल ने कहा कि मैं अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुका हूं, आपको जो करना है करिए।


दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रज्ञा के बयान को लेकर ट्वीट किया, “आतंकी प्रज्ञा आतंकवादी गोडसे को देशभक्त बता रही हैं। यह भारतीय संसद के इतिहास का सबसे काला दिन है